नई दिल्ली: क्या आप भी सेल्फी लेने के शौकीन हैं। अगर हां तो यह समाचार आपको चौंका देगी वशायद शौक भी पीछे छूट जाए। अगर किसी का दिन भर में तीन से ज्यादा सेल्फी लिए बिना मन नहीं भरता तो वह एक बीमारी या संक्रमण का शिकार है। दरअसल, यह दावा लंदन की नॉटिंघम ट्रेंट यूनिवर्सिटी व तमिलानडु की त्यागराजार स्कूल ऑफ मैनेजमेंट ने अपनी रिसर्च में किया है। यह रिसर्च इंटरनेशनल जर्नल ऑफ मेंटल हेल्थ ऐंड अडिक्शन में प्रकाशित की गई है।
हो गया है ‘सेल्फाइटिस’
शोधकर्ताओं ने रिसर्च में सेल्फी से जुड़े इस डिसऑर्डर को ‘सेल्फाइटिस’ का नाम दिया है। रिसर्च करने वाले नॉटिंघम यूनिवर्सिटी के मार्क ग्रिफिथ के मुताबिक, बीमारी का पता लगाने के लिए उन्होंने संसार का पहला ‘सेल्फाइटिस बिहेवियर स्केल’ भी तैयार किया है। अपनी तरह के इस अनूठे बिहेवियर स्कूल को 200 लोगों के फोकस ग्रुप व 400 लोगों पर सर्वे के बाद बनाया गया है। उनके मुताबिक, ज्यादा सेल्फी लेने वालों की आदतें बहुत ज्यादा हद तक नशेबाजी की तरह होने लगती हैं।
भारत में क्यों की गई रिसर्च
सेल्फाइटिस को ऐसे पहचानें
क्यों हो जाते हैं आदी
अनुसंधानकर्ताओं ने बताया कि सेल्फाइटिस से ग्रस्त लोग ज्यादातर अपना आत्मविश्वास, मूड अच्छा करने, अपनी यादें संजोने, खुद की स्वीकार्यता दिलाने व दूसरों से आगे रहने के लिए बार-बार सेल्फी लेते हैं।
(कॉर्नेजी मेलन यूनिवर्सिटी व इंद्रप्रस्थ इंस्टिट्यूट ऑफ इन्फर्मेशन दिल्ली की सर्वे रिपोर्ट)